किस्मत को कुछ और ही मंजूर था । शनिवार सुबह 22 वर्षीय इस युवक पंकज अपने परिवार के तमाम सपने तोड़ता हुव़ा दम तोड़ गया । 5 मार्च को पंकज दोस्त सोनू व दीपक के साथ बाइक पर बैठकर बेकरी वाली गली की तरफ से पाटनीपुरा जा रहे थे। तभी सामने से आ रही बाइक से उनकी टक्कर हो गई।इस हादसे में एक अन्य युवक हरीश की पहले ही मोंत हो गयी थी ।एमवाय अस्पताल में उपचार के दौरान शनिवार सुबह पंकज की मौत हो गई।पंकज की मौत के बाद वहां मातम छा गया।
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क्या से क्या हो गया -------बुझ गया एकलोता चिराग
किस्मत को कुछ और ही मंजूर था । शनिवार सुबह 22 वर्षीय इस युवक पंकज अपने परिवार के तमाम सपने तोड़ता हुव़ा दम तोड़ गया । 5 मार्च को पंकज दोस्त सोनू व दीपक के साथ बाइक पर बैठकर बेकरी वाली गली की तरफ से पाटनीपुरा जा रहे थे। तभी सामने से आ रही बाइक से उनकी टक्कर हो गई।इस हादसे में एक अन्य युवक हरीश की पहले ही मोंत हो गयी थी ।एमवाय अस्पताल में उपचार के दौरान शनिवार सुबह पंकज की मौत हो गई।पंकज की मौत के बाद वहां मातम छा गया।
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