इंदौर १६ मार्च । मध्य प्रदेश सरकार किसानों को उद्यानिकी खेती का प्रशिक्षण दिलाने नीदरलैण्ड और इजराइल भेजेगी । इसके लिए इंदौर में उद्यानिकी फसलों से संबंधित शोध संस्थान की स्थापना करने जा रही है ।
सूत्रों के अनुसार कि इंदौर में स्थापित होने वाले शोध संस्थान में स्थानीय प्रजाति के फल-फूल एवं सब्जी के बीज संरक्षित किए जाएँगे। मंडी अधिनियम में संशोधन होने से किसान अपने उत्पाद सीधे बाजार अथवा मंडी में बेच सकते हैं। उल्लेखनिय है की उद्यानिकी फसलों का रकबा प्रदेश में सात साल में दो गुना हो गया है। बुरहानपुर का केला, जबलपुर की मटर, मंदसौर का लहसुन और निमाड़ की मिर्ची पूरे देश में प्रसिद्ध है। इन फसलों का उत्पादन बढ़ाने किसानों से सीधे संवाद किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार कि इंदौर में स्थापित होने वाले शोध संस्थान में स्थानीय प्रजाति के फल-फूल एवं सब्जी के बीज संरक्षित किए जाएँगे। मंडी अधिनियम में संशोधन होने से किसान अपने उत्पाद सीधे बाजार अथवा मंडी में बेच सकते हैं। उल्लेखनिय है की उद्यानिकी फसलों का रकबा प्रदेश में सात साल में दो गुना हो गया है। बुरहानपुर का केला, जबलपुर की मटर, मंदसौर का लहसुन और निमाड़ की मिर्ची पूरे देश में प्रसिद्ध है। इन फसलों का उत्पादन बढ़ाने किसानों से सीधे संवाद किया जाएगा।
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