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अगले माह होगा इंदौर में समलैंगिको को सम्मेलन


इंदौर 13 मई। मध्यप्रदेश  की व्यवसायिक राजधानी इंदौर में रहने वालें करीब 15 हजार से अधिक समलैंगिंक पुरूषों ने फैसला किया है कि वे अगले माह में श हर के महापौर और पुलिस के आला अफसरों से मिल कर अपने लिए सहयोग और सुरक्षा की मॉंग करेगें। महिला समलैंगिकों की संख्या भी शहर में कम नही है लेकिन वे अभी तक खुल कर सामने नही आई है।
समलैंगिकों के लिए काम करने वाली सीबीओ ( कम्युनिटी बेस्ड आर्गेनाइजेशन) " बदलाव " समिति के सदस्य 38 वर्षीय रजनीश  ने आज लोकल इंदौर से चर्चा में यह जानकारी देते हुए बताया कि अगस्त 2011 से समिति ने यहा  पर काम करना षुरू किया ओर उसने इंदौर जैसे षहर में समलैंगिको को ढूढ़ना शुरू  किया । उन्होंने बताया कि हमने एक प्रोजेक्ट पहचान शुरू  किया हुआ है जिसके तहत हम समलैंगिकों की पहचान करते है उनकी काउंसलिंग करते है उनकी हर तरह से मदद करते है उनके एचआईवी और अन्य टेस्ट कराते है ।
रजनीश  बताते है कि समलैंगिकता कोई नई चीज नही है ।बचपन से ये बदलाव महसूस किए जाते है।भले ही शारीरिक अंगों का विकास पुरूषों की तरह हो मगर मन स्त्रियों सा रहता है । सेक्स आकर्षण भी विपरित सेक्स की बजाय उसी सेक्स के प्रति होता है । अनेक बार समाज और माता पिता के दबाव में आ कर ऐसे लोग शादी तो कर लेते है मगर उन्हें दोहरी जिन्दगी जीना पड़ती है और वे खुश  नही रह पाते ।उनकी श दीशु दा वैवाहिक जीवन भी असामान्य रहता है । हम ऐसे लोगों की कौंसिलिंग करते है क्योंकि कई बार लोग आत्महत्या जैसे घातक कदम भी उठाने से नही चूकते ।
    उन्होंने स्वीकार किया कि पुरूष ही नही महिलाएं भी समलैंगिक होती है । पुरूषों के इस संगठन की तरह उनका कोई संगठन नही है क्योंकि समाज में अभी भी बदलाव आना बाकी है ।
रजनीश का कहना है कि अगले माह वे एक सम्मेलन करने जा रहे है जिसमें शहर के आला अधिकारियों महापौर और पुलिस अधिकारियों को आमत्रिंत कर अपने लिए सहयोंग और सुरक्षा की मॉंग करेगें ।संस्था ने एक लायर को भी नियुक्त करने का फैसला किया जो तमाम कानूनी अडचनों को दूर करने में सहायक होगा ।
 

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