इंदौर ०९ मई। उपभोक्ताओं को सुगमतापूर्वक विद्युत आपूर्ति के लिये इंदौर जिले में बीते आठ वर्षों में वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठाये गये हैं । इंदौर जिले में वर्ष २००३ से वित्तीय वर्ष १२ की समाप्ती तक २ हजार २७२ नये वितरण ट्रांसफार्मर स्थापित किये गये हैं । इस कार्य में ३६ करोड ५० लाख १८ हजार रूपयेकी राशि व्यय की गयी है ।साथ ही किसानों के लिये लागू सुविधा योजना'' की अवधि भी ३१ मई, २०१२ तक बढ़ा दी गयी है।
जहां तक किसानों को विद्युत देयक आदायगी में संबल देने का सवाल है, इस दिशा में भी शासन की किसान मित्र नीति के अनुरूप जिले में ५ करोड़ ४ लाख ९४ हजार रूपये की राशि के बिजली बिलों की सरचार्ज राशि भी इस अवधि के दौरान माफ कर १९ हजार ६१९ किसानों को लाभांवित कराया गया है । विद्युत पारेषण लाईन बिछाने की दिशा में भी प्रभावी कदम उठाये गये हैं । वर्ष २००२ ०३ से हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान अति उच्च दाब की ६३.५३ किलोमीटर, उच्च दाब की १६७४.४१ किलोमीटर तक तथा निम्न दाब की ३९१.८६ किलोमीटर पारेषण लाइने बिछाई गयी है । इस कार्य में ३५ करोड़ ६६ लाख ११ हजार रूपये की राशि व्यय की गयी है ।
सुविधा योजना की अवधि ३१ मई तक बढ़ी
इधर किसानों के लिये लागू सुविधा योजना'' की अवधि भी ३१ मई, २०१२ तक बढ़ा दी गयी है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा बकाया राशि होने के कारण स्थाई अ थवा स्थाई रूप से कटे हुए कृषि पम्प कनेक्शन पुनः सिंचाई के लिये जोड़ने सुविधा योजना'' नवम्बर, २०११ से लागू की गई थी।
जहां तक किसानों को विद्युत देयक आदायगी में संबल देने का सवाल है, इस दिशा में भी शासन की किसान मित्र नीति के अनुरूप जिले में ५ करोड़ ४ लाख ९४ हजार रूपये की राशि के बिजली बिलों की सरचार्ज राशि भी इस अवधि के दौरान माफ कर १९ हजार ६१९ किसानों को लाभांवित कराया गया है । विद्युत पारेषण लाईन बिछाने की दिशा में भी प्रभावी कदम उठाये गये हैं । वर्ष २००२ ०३ से हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान अति उच्च दाब की ६३.५३ किलोमीटर, उच्च दाब की १६७४.४१ किलोमीटर तक तथा निम्न दाब की ३९१.८६ किलोमीटर पारेषण लाइने बिछाई गयी है । इस कार्य में ३५ करोड़ ६६ लाख ११ हजार रूपये की राशि व्यय की गयी है ।
सुविधा योजना की अवधि ३१ मई तक बढ़ी
इधर किसानों के लिये लागू सुविधा योजना'' की अवधि भी ३१ मई, २०१२ तक बढ़ा दी गयी है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा बकाया राशि होने के कारण स्थाई अ थवा स्थाई रूप से कटे हुए कृषि पम्प कनेक्शन पुनः सिंचाई के लिये जोड़ने सुविधा योजना'' नवम्बर, २०११ से लागू की गई थी।
No comments:
Post a Comment