इंदौर 8 मई ।भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली में आगामी 12 और 13 मई को आयोजित किसान संसद का उदघाटन भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज द्वारा किया जाएगा । इस संसद में मध्यप्रदेश से 120 किसान भाग लेंगें ।
मोर्चे के एक नेता ने आज बताया कि किसान संसद में प्रमुख रूप से किसानी को घाटे से उबारने, लाभ का व्यवसाय बनाने और डॉ. स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसाएं क्रियान्वित करने के विविध पक्षों पर गंभीरता से विचार व्यक्त किये जायेंगे। देश में किसानी के क्षेत्र में आज चुनौतियां बढ़ती जा रही है। कृषि से पलायन हो रहा है। युवा पीढ़ी में कृषि के प्रति लगाव पैदा नहीं हो पा रहा है। यह ऐसी समस्याएं है जिन पर यदि समय रहते विचार नहीं किया गया तो कृषि क्षेत्र बर्बाद हो जायेगा। देश में खाद्य सुरक्षा चौपट हो जायेंगी। आर्थिक उदारीकरण के नाम पर कृषि में निवेश घटता जा रहा है। कृषि के काम आने वाली सामग्री पर मल्टीनेशनल्स का कब्जा होता जा रहा है। किसानों के नाम से दी जा रही सब्सिडी बिचौलियों की जेब में जा रही है। देश में प्रथक कृषि बजट की आवश्यकता है। किसान संसद में इन्हीं चुनौतियों का समाधान खोजा जायेगा।
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