इंदौर २५जनवरी इंदौर के सरकारी और गैर सरकारी अस्पातलों
में मरीजों और उनके परिजनों की सहमति और सूचना के बगैर मरीजों पर हुए ड्रग
ट्रायल के मामले को गंभीरता से लेते हुए माकपा की पोलिट ब्यूरो सदस्या और
पूर्व सांसद बृंदा करात ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को पत्र लिख कर
कार्यवाही की मांग की है उल्लेखनीय है कि यह दवा परीक्षण मरीजों की सहमति
के बगैर भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी हुए हैं।
बृंदा करात ने इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कालेज का जिक्र करते हुए कहा
है कि इन गैरकानूनी परीक्षण की जांच के लिए बनी ऐथिकल समिति के चेयरमैन भी
इन परीक्षणें में लिप्त हैं।
पत्र
में बृंदा ने डीसीजीआई डा व्ही जी सोमानी को लिखा है कि जिन मरीजों पर
परीक्षण किया गया है, वे आम तौर पर गरीब तबके के हैं। डाक्टरों ने परीक्षण
के बाद उनकी सूची भी तैयार नहीं की है। परीक्षण के बाद उनका साल भर तक होने
वाला परीक्षण भी नहीं हुआ है। इस ड्रग ट्रायल में दवा कंपनियों ने लाखों
और कई मामलों में तो करोड़ों रुपये की फीस इन डाक्टरों को दी है। यह सब
इंडियन कांउसिल आफ मेडिकल रिसर्च और मेडिकल कांउसिल आफ इंडिया के निर्देशों
के खुले उल्लंघन के साथ हुआ है।
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