इंदौर १७ अप्रैल ।सेंट्रल बोर्ड आफ सेकंडरी एज्यूकेशन (सीबीएसई) संभवत: नए सेशन से देशभर
में नया इंटरनेशनल लेवल का कॅरिकुलम लांच कर देगा। इस कॅरिकुलम को सीबीएसई ने सीबीएसई-इंटरनेशनल (आई) का नाम दिया है। सीबीएसई स्कूलों के प्रिंसिपल्स की मानें तो इस कॅरिकुलम के आने के बादस्टूडेंट्स अपनी क्रिएटिविटी को बाहर निकालकर उस पर ओपन माइंडेड काम कर सकेगा। यह कॅरिकुलम स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल एक्सपोजर दिलाने में मददगार साबित होगा और यहां से स्टूडेंट विदेश जाकर भी आसानी से पढ़ाई कर सकेगा। इस कॅरिकुलम को इंटरनेशनल कॅरिकुलम को देखते हुए बनाया जा रहा है।इसकी खासियत यह भी होगी कि स्टूडेंट्स को अपनी च्वाइज के सब्जेक्ट्स लेने की पूरी आजादी होगी, यानि वह मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री के साथ ज्योग्राफी, हिस्ट्री या अन्य कोई सब्जेक्ट लेना चाहता है तो इसकी खुली आजादी होगी। जानकारी के अनुसार इसकी बुक्स की पब्लिशिंग भी हो चुकी है।
यह भी बताया जा रहा है कि सीबीएसई पहले इसे देशभर के करीब 50 स्कूलों में पायलेट प्रोजेक्ट्स की तरह शुरू करेगा। हाल ही में इस नए कॅरिकुलम पर देशभर के सीबीएसई प्रिंसिपल्स की बैठक नईदिल्ली में हुई थी।
एक्टिविटी बेस्ड कॅरिकुलम सीबीएसई के अधिकारियों के अनुसार यह नया कॅरिकुलम एक्टिविटी बेस्ड होगा।
इसमें स्टूडेंट्स थिंकर्स बनेंगे। इससे वह अपने अंदर की क्रिएटिविटी को बाहर निकाल सकेगा, यानि पूरी तरह से स्टूडेंट्स बिना प्रेशर के ओपन माइंडेड होकर अपनी पढ़ाई को अंजाम दे सकेगा।
सीबीएसई-आई की यह खास बात होगी कि यह भविष्य में अलग इंफ्रास्ट्रक्चर केसाथ चलाया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स के पास भी च्वाइज रहेगी कि वह कौन-सेकॅरिकुलम से पढ़ना चाहता है।मिलेगी स्पेशल ट्रेनिंग इस नए कॅरिकुलम के लिए टीचर्स को स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। कुछ दिनों बाद यह ट्रेनिंग भी शुरू हो जाएगी। ।प्रशांत राघवन द्वारा ।
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