सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में 28 मार्च को सभी जोनल रेलवे को आदेश जारी कर दिए हैं और इसके साथ ही बुक स्टालों का प्रबंधन रेलवे के हाथ में आ गया है। हालांकि, बुक स्टाल का संचालन लाइसेंसी ने आईआरसीटीसी से जितने साल के लिए लिया है उसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
रेल्वे के इस कदम से आईआरसीटीसी अभी तक लाइसेंस फीस के रूप में मिल रही मोटी रकम से वंचित हो जायेगा।
गौरतलब है कि आईआरसीटीसी इंडियन रेलवे का ही एक इंटरप्राइजेज है।तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2010 में ट्रेनों के पैंट्रीकार व स्टेशनों की कैटरिंग सेवाएं आईआरसीटीसी से छीन कर रेलवे को सौंप दी थीं। अब बुक स्टालों का प्रबंधन व आपरेशन भी आईआरसीटीसी से छिन गया है। रेलवे ने 2007 में देश भर के स्टेशनों में किताब की दुकानें व ट्राली का मैनेजमेंट आईआरसीटीसी के हाथ में दे दिया था।
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