इन्दौर 25 फरवरी । इन्दौर के राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र में 9 हजार करोड़ रूपयों की लागत से 1.5 किमी लम्बा तथा 10 मीटर गहराई वाला देश का सबसे बड़ा त्वरक स्थापित किया जायेगा। साथ ही यहां स्थापित त्वरक इंडस-2 से निकलने वाली उच्च ताप विकरण के लिये स्थापित छः बीम अब अनुसंधानकर्ताओं के लिये प्रारंभ कर दी गई है।
राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र के निदेशक डॉ. पी.डी. गुप्ता ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर आज पत्रकारों से चर्चा करते हुये यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि त्वरक इंडस-2 से निकलने वाली उच्च ताप की बीमों की दो और इकईयों पर कार्य जारी है तथा छः अन्य इकाईयां स्थापित की जानी है। वर्तमान में देश के कहीं वैज्ञानिक और तकनीक संस्थानों जिनमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के अलावा कई नामी वैज्ञानिक और अनुसंधान इकाईयां यहां अपने परीक्षण कर रही हैडॉ गुप्ता के अनुसार 9 हजार करोड़ रूपयों की लागत से यहां 1.5 किमी लम्बे तथा 10 मीटर गहराई वाले एक नये त्वरक की स्थापना की जायेगी जो देश् का सबसे बड़ा त्वरक होगा। कहा जाये तो अब इन्दौर इस क्षेत्र का सर्न बनने जा रहा है।
राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र के निदेशक डॉ. पी.डी. गुप्ता ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर आज पत्रकारों से चर्चा करते हुये यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि त्वरक इंडस-2 से निकलने वाली उच्च ताप की बीमों की दो और इकईयों पर कार्य जारी है तथा छः अन्य इकाईयां स्थापित की जानी है। वर्तमान में देश के कहीं वैज्ञानिक और तकनीक संस्थानों जिनमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के अलावा कई नामी वैज्ञानिक और अनुसंधान इकाईयां यहां अपने परीक्षण कर रही हैडॉ गुप्ता के अनुसार 9 हजार करोड़ रूपयों की लागत से यहां 1.5 किमी लम्बे तथा 10 मीटर गहराई वाले एक नये त्वरक की स्थापना की जायेगी जो देश् का सबसे बड़ा त्वरक होगा। कहा जाये तो अब इन्दौर इस क्षेत्र का सर्न बनने जा रहा है।
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