इंदौर १४ फरवरी ।इंदौर और भोपाल पानी की
बर्बादी के मामले में मुंबई और चेन्नई से भी आगे हैं। यहाँ 35 फीसदी
पानी लीकेज की वजह से फालतू बह जाता है। इसकी कीमत सालाना 21 करोड़ रुपए
है, जबकि मेट्रो सिटी में 30 फीसदी पानी बर्बाद होता है। यही नहीं प्रदेश के ही ग्वालियर, उज्जैन और देवास से भी 15 फीसदी पानी ज्यादा
बर्बाद होता है। यह खुलासा दिल्ली स्थित पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने
वाली देश की प्रतिष्ठित संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट(सीएसई)
द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में हुआ है। संस्था ने देश के 71 शहरों
में सर्वे कर यह रिपोर्ट तैयार की है।
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